जब भी कभी रीढ़ की हड्डी में दर्द होता हैं, तो हमसे कोई काम ठीक तरीके से नही हो पाता| सभी डॉक्टरों का यही कहना है कि अगर रीढ़ की हड्डी में कोई चोट लग जाती है तो हम जिन्दगी भर के लिए अपाहिज बन सकते है|
रीढ़ की हड्डी और गर्दन में दर्द होने के कुछ कारण
आज के जमाने में बढ़ते मोटापे और वजन के कर्ण रीढ़ की हड्डी पर काफी असर पड़ता है| जो लोग धुम्रपान करते है उनकी रीढ़ की हड्डी भी कमजोर होने लग जाती है|
डॉक्टरों की सलाह
डॉक्टरों की सलाह अनुसार अगर आप रोजाना व्यायाम करें तो आपको यह दर्द नही होगा| अगर ज्यादा देर तक कुर्सी पर बैठना पड़े तो आपको सही पोजीशन में बैठना चाहिए| आप अपनी पीठ और सिर को सीधा करके बैठे| ज्यादा टाइट जूते भी ना पहने| पोष्टिक भोजन ही ज्यादा खाना चाहिये|
दर्द होने पर क्या करना चाहिए??
1) आप गर्म पट्टी का उपयोग करें, इससे आपकी जकड़ी हुई मांसपेशियां खुल जायेगीं और आपको आराम मिलेगा|
पूरे दिन भर की थकान को दूर करने के लिए आप नहाते समय पानी में 1-2 चम्मच सेंधा नमक डालकर उस पानी से नहाये ताकि आपकी थकान भी दूर होगी और आपको आराम भी मिलेगा|
2) आपको हमेशा सही मुद्रा में ही अपनी पीठ को बनाये रखना चाहिए| सही तरीके से चले, झुककर नही चले|
3) ऑफिस में काम के दौरान आप बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें| जिससे आपको थकान भी नही होगी और आप दर्द से भी बचे रहेंगे|
लैपटॉप पर काम करते समय बरती जाने वाली सावधानियां
आपको लैपटॉप पर काम करते समय उस पर झुककर काम नही करना चाहिए| आप लैपटॉप को सही तरीके से अपनी गर्दन के लेवल तक रख कर फिर काम में लें|
पीठ और रीढ़ की हड्डी में दर्द होने से शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव
जब कभी रीढ़ की हड्डी में दर्द होता है तब शरीर का तापमान बढ़ जाता है, पीठ में सुजन आ जाती है, घुटनों में दर्द का होना, मूत्र अनियमितता का होना जैसी परेशानी हो जाती है| ऐसे लक्षण पाए जाने पर आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए|